दिल्ली
तुर्की ने मुम्बई में फेतुल्लाह ‘आतंकी’ नेटवर्क से जुड़े संगठनों को बंद करने की आज मांग की। फेतुल्लाह के बारे में तुर्की ने दावा किया था कि उसके यहां पिछले महीने के विफल तख्तापलट के पीछे इसका हाथ था।
तुर्की के महावाणिज्य दूत एर्दल सबरी इर्गन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस नेटवर्क से संबंधित हर चीजें बंद कर दी जानी चाहिए। उन्हें निगरानी में ले लिया जाना चाहिए। यह एक अवैध नेटवर्क है जिसके मन में नापाक मंसूबे हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस नेटवर्क से जुड़े संगठन मुम्बई में हैं । हमारे राजदूत ने भारतीय अधिकारियों को सूचित किया है। हम मानते हैं कि भारतीय अधिकारियों के पास पहले से ही सूचना थी। ’’ उनसे पूछा गया था कि क्या भारतीय अधिकारियों को तुर्की में पिछले महीने हुए तख्तापलट के प्रयास के संदर्भ में फेतुल्लाह के मुम्बई कनेक्शन के बारे में सूचित किया गया था।
इर्गन ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र सरकार से हमारा संवाद वैसा ही है जैसा कि दिल्ली में हमारे राजदूत कर रहे हैं। हमने ढेर सारे दस्तावेज दिए हैं और सबूत प्रदान किए हैं। मुम्बई और भारत में अन्यत्र कई ऐसे संगठन हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन संगठनों के मौलवियों ने जो संदेश दिया है वह सकारात्मक नहीं बल्कि अशुभ हैं। यह संगठन नेटवर्क तुर्की को नुकसान पहुंचा रहा है। ’ उन्होंने कहा कि वैसे पारंपरिक दृष्टि से यह आतंकवादी संगठन नहीं है।
इर्गन ने कहा, ‘‘फेतुल्लाह आतंकी संगठन के नतीजे सामने आयेंगे जिसका भारत समेत कई देशों में नेटवर्क है। इस संगठन का नेता पेन्नस्लवानिया (अमेरिका) में बैठा है। ’’
इस मामले पर बारत ने कहा है कि मुम्बई समेत देश में फेतुल्लाह ‘आतंकी’ नेटवर्क से जुड़े संगठनों को बंद करने के तुर्की के अनुरोध पर विचार कर रहा है।
एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘‘भारत तुर्की के अनुरोध पर गौर कर रहा है।’’ भारत की प्रतिक्रिया तब आयी है, जब मुम्बई में तुर्की के महावाणिज्य दूत एर्दल सबरी एर्गन ने संवाददाताओं से कहा कि उनके देश ने भारत और महाराष्ट्र सरकार से अनुरोध किया है कि मुम्बई एवं अन्यत्र इस नेटवर्क से संबंधित सभी संगठन बंद किए जाएं।