देश भर में दलितों के खिलाफ हिंसा बढ़ रही है। साल दर साल भारत में दलितों के ख़िलाफ़ हिंसा के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। लगातार दलितों पर हो रहे अत्याचार की खबरें सुर्खियों में छाई रहती है। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। युवक पर भूतनाथ मेले में एक दुकानदार ने घड़ियां चुरानेका आरोप लगाया था। पकड़े गए युवक के बारे में जब यह पता चला कि वह दलित समुदाय से है तो उसे चोर मान लिया गया। और इसके बाद जो हुआ उसे देख कर आप भी दंग रह जाएंगे। दुकानदार और उसके साथियों ने मिलकर पहले उस युवक के कपड़े उतारे और फिर उसको बुरी तरह पीटा गया और एक डंडे से सिर पर वार किया गया। चोट की वजह से उस युवक की मौके पर ही मौत हो गई।
इतना ही नहीं दुकानदार और उसके साथियों ने मिलकर युवक के शव को पास की गली के सुलभ शौचालय के सामने डाल दिया। और हैरान कर देने वाली बात यह है कि इस दौरान वहां मौजूद भीड़ में से किसी ने भी युवक की की पिटाई का विरोध नहीं किया।
दलित युवक की पहचान मोहम्मदी कोतवाली क्षेत्र के गांव नकेड़ा के रहने वाले 22 वर्षीय अवनीश के रूप में हुई है। बुधवार को पुलिस ने इस मामले में दुकानदार पुष्पेन्द्र सिंह और संजीव वर्मा को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि घड़ियां सिंह की दुकान से चोरी हुई थीं। दोनों को गुरुवार (11 अगस्त) को अदालत के सामने पेश किया जाएगा। पुलिस अवनीश की पिटाई करने वाले दो अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।
































































