नई दिल्ली। रियो ओलंपिक में महिला सिंगल्स बैडमिंटन के फाइनल में पीवी सिंधु को विश्व की नंबर वन कैरोलिना मारिन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा और वह भारत के लिए गोल्ड जीतने से वंचित रह गईं। हालांकि उनके खाते में सिल्वर आया है, जो अपने आप में भारत के लिहाज से एक रिकॉर्ड हैं।
वह ओलंपिक सिल्वर जीतने वाली देश की पहली महिला बन गई हैं। सिंधु से पहले देश की सभी चार महिला खिलाड़ियों (कर्णम मल्लेश्वरी, एमसी मैरीकॉम, साइना नेहवाल और साक्षी मलिक) ने ओलिंपिक में ब्रॉन्ज ही जीता था।
सिंधु निशानेबाज राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (एथेंस 2004) और विजय कुमार (लंदन 2012) तथा पहलवान सुशील कुमार (लंदन 2012) के बाद ओलंपिक में व्यक्तिगत सिल्वर पदक जीतने वाली चौथी भारतीय हैं।
टूर्नामेंट में अब तक अजेय रही भारत की 21 वर्षीय सिंधु मारिन के बनाए दबाव के आगे टूट गई और उन्हें यहां रियो सेंटर में एक घंटा और 23 मिनट चले मुकाबले में पहला गेम जीतने के बावजूद 21-19, 12-21, 15-21 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
सिंधु पहले गेम में एक समय 16-19 से पिछड़ रही थी, लेकिन इसके बाद उन्होंने लगातार पांच अंक जीतकर पहला गेम अपने नाम कर लिया। भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि दूसरा गेम आसानी से गंवा दिया, जिससे मुकाबला 1-1 से बराबर हो गया। तीसरे और निर्णायक गेम में भी सिंधु एक समय 1-6 से पिछड़ रही थी, लेकिन 10-10 के स्कोर पर बराबरी हासिल करने में सफल रही।
वह हालांकि ब्रेक के बाद लय बरकरार नहीं कर सकी जिसके बाद मारिन ने शानदार खेल दिखाते हुए बैडमिंटन में स्पेन को पहला स्वर्ण पदक दिला दिया। पिछले दो साल में दोनों खिलाड़ियों के बीच हुए पांच मुकाबलों में मारिन ने सिंधु को चार बार हराया है, जबकि भारतीय खिलाड़ी ने पिछले साल डेनमार्क सुपर सीरीज के दौरान जीत दर्ज की थी, लेकिन आज इस प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रही।