दिल्ली:
भारत कश्मीर मुद्दे पर इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के रूख का मुद्दा इस समूह के अहम सदस्य मिस्र के सामने उठाएगा । भारत मिस्र के सामने यह मुद्दा उस वक्त उठाएगा जब एक सितंबर को मिस्र के राष्ट्रपति फतह अल-सिसी भारत की यात्रा पर आएंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे ।
विदेश मंत्रालय में सचिव :आर्थिक संबंध: अमर सिन्हा ने जोर देकर कहा कि ओआईसी के कुछ सदस्य निजी तौर पर भारत से जो कुछ कहते हैं और ओआईसी के मंच पर जो कुछ कहते हैं, उसमें बड़ा ‘‘फर्क’’ है और भारत चाहेगा कि वे अपना रूख सार्वजनिक करें ।
सिसी की यात्रा के दौरान आतंकवाद और गहरे आर्थिक संबंधों जैसे अहम मुद्दों पर गहन चर्चा होगी । सिसी के साथ एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत आएगा जिसमें मंत्री, अधिकारी और कारोबारी शामिल होंगे ।
सिन्हा ने कहा कि आतंकवाद से मुकाबले में सहयोग उत्तर अफ्रीका के साथ भारत के संबंधों का एक अहम हिस्सा रहा है और इस बार भी यह अहम मुद्दा होगा ।
































































