दिल्ली:
विश्व अर्थव्यवस्था को मंदी से उबारने के मुख्य मुद्दे के साथ यहां आज शुरू हुई जी 20 सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मेजबान के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सदस्य देशों से ‘खोखली बातों’ से बचने और ठोस कदम उठाने की नसीहत दी।
राष्ट्रपति शी ने सभी राष्ट्रपतियों, प्रधानमंत्रियों का इस सम्मेलन में हाथ मिलाकर स्वागत किया। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की बारी आने पर दोनों ने कुछ लंबे समय तक एक दूसरे का हाथ थामे रखा और मुस्कुराते रहे। जबकि कल ओबामा के यहां आगमन पर शिष्टाचार के नियमों में कई गड़बड़ियां दिखीं थीं।
गोल सभा कक्ष में चीन की राष्ट्रपति ने कहा कि जी20 को ‘ सिर्फ खोखली बातें करने के बजाय ठोस कदम उठाने चाहिए।’ शी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के सामने अब भी अनेक जोखिम व चुनौतियां हैं, आर्थिक वृद्धि और उपभोग की रफ्तार नहीं बढ़ रही है, वित्तीय बाजारों में अशांति है और अंतरराष्ट्री व्यापार व निवेश संकुचित हो रहा है।
उन्होंने कहा,‘ हम उम्मीद करते हैं कि हांगझोउ शिखर सम्मेलन से विश्व अर्थव्यवस्था के लिए कुछ नुस्खे निकलेंगे जिससे दुनिया फिर से मजबूत, संतुलित, व्यापक व टिकाउ आर्थिक वृद्धि की राह पर चल निकलेगी।’ सम्मेलन के दौरान पूर्वी चीन के इस शहर में सुरक्षा के चाक चौबंद बंदोबस्त किए गए हैं और सड़कों पर वीरानी छाई हुई है। चीन को उम्मीद है कि इस सम्मेलन की सफलता से विश्व मंच पर उसका रतबा और बढ़ेगा। चीन अमेरिका के बाद दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
सम्मेलन के दौरान शहर के प्रदूषण कम दिखे इसके लिए अधिकारियों ने हजारों कारखानों को बंद करवा रखा है और लोगों को छुट्टी लेकर बाहर चले जाने को प्रोत्साहित किया गया है। किसी धरने प्रदर्शन की संभावना को खत्म करने के लिए दर्जनों असंतुष्टों को एहतियाती तौर पर हिरासत में लिया गया है।