दुनिया में भारत दूसरा सबसे ज्यादा ‘असमानता’ वाला देश है जहां पर कुल संपत्ति का आधे से अधिक सम्पत्ति ऐसे धनाढ्यों के हाथ में केंद्रित है जिनकी हैसियत दस लाख डॉलर (लगभग 6.7 करोड़ रुपए) से अधिक की है। यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई है।
संपत्ति शोध कंपनी न्यू वर्ल्ड वेल्थ के अनुसार, रूस के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा असमानता वाला देश है जहां पर 54 प्रतिशत संपत्ति मात्र कुछ करोड़पतियों के हाथ में है। भारत दुनिया के 10 सबसे अमीर देशों में है जहां कुल संपत्ति 5,600 अरब डॉलर है लेकिन औसतन भारतीय गरीब है।
भाषा की ख़बर के अनुसार, वैश्विक तौर पर रूस दुनिया का सबसे ज्यादा असमान देश है जहां कुल संपत्ति के 62 प्रतिशत पर मात्र कुछ धनकुबेरों का नियंत्रण है। वहीं दूसरी तरफ जापान दुनिया पर सबसे ज्यादा समानता वाला देश हैं जहां धनाढ्यों के हाथ में कुल संपत्ति का केवल 22 प्रतिशत हिस्सा है। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया में भी कुल संपत्ति के मात्र 28 प्रतिशत पर ही करोड़पतियों का आधिपत्य है।