अमेरिका के अनेक सांसदों ने कश्मीर के उरी हमले की निंदा की है और एक साथ मिलकर आतंकवाद का सामना करने की जरूरत बतायी। इसके साथ ही उन्होंने हमले के पीछे शामिल अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने की उम्मीद व्यक्त की।
आम्र्ड सर्विस कमेटी के चेयरमैन एवं सांसद जॉन मैक्केन ने ट्वीट कर कहा, ‘हम भारतीय सेना के उरी कैंप में हालिया आतंकी हमले की सख्ती से निंदा करते हैं और हमले में शहीद जवानों, उनके परिजनों और भारत की जनता के प्रति दिल से संवेदना व्यक्त करते हैं।’
उल्लेखनीय है कि उत्तरी कश्मीर में भारतीय सेना के उरी मुख्यालय पर आतंकी हमले में 18 जवानों की मौत हो गयी थी, जबकि अनेक लोग घायल हो गये थे। सेना ने इस हमले में शामिल चार आतंकियों को भी मार गिराया था।
विदेशी मामलों की समिति के सदस्य एवं सांसद एलियट एंजेल ने कहा, उरी का आतंकी हमला और न्यूयार्क और न्यू जर्सी में बम गिराने जैसी घटनायें और आतंकवाद के खात्मे के लिए हमे एक साथ मिलकर संयुक्त प्रयास करने की जरूरत है।
विदेशी मामलों की समिति एवं एशिया की उपसमिति की सदस्य एक अन्य महिला सांसद ग्रास मेंग ने ने भी हमले की निदां की और इस हमले में शामिल अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने की जरूरत बतायी।
उन्होंने कहा, ‘मैं इस हमले में शहीद जवानों के परिजनों और इस अस्वीकार्य एवं जघन्य हिंसा से प्रभावित लोगों के प्रति शोक एवं संवेदना व्यक्त करती हूं।’ दि हैरिटेज फाउंडेशन की लिसा कर्टिस ने कहा कि अमेरिका को आतंकवादी समूहों को नष्ट करने की सफलता की गारंटी की शर्त पर ही पाकिस्तान को सैन्य मदद देनी चाहिये। इसके अलावा उन्होंने भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों से एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने बंद करने की अपील की। उन्होंने एक दूसरे के नियंत्रण वाले क्षेत्रों के बारे में दोनों पक्षों को बयानबाजी से बचने की भी अपील की।