दिल्ली: सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाक में बयानों और आरोप प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है। ताजा बयान दिया है पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री ने। भारत और पाकिस्तान के बीच 1972 के ऐतिहासिक शिमला समझौते को एक ‘बड़ी गलती’ करार देते हुए पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज़ शरीफ ने कहा कि यह कश्मीरियों के स्वतंत्रता आंदोलन को आंशिक रूप से चोट पहुंचाता है।
शाहबाज़ ने कल कश्मीर पर एक सम्मेलन में कहा, ‘‘ शिमला समझौता पाकिस्तान के लिए एक बड़ी गलती थी। क्योंकि यह कश्मीरियों के स्वतंत्रता संघर्ष को निरूत्साहित करता है और उनके आंदोलन को चोट पहुंचाता है, हालांकि यह रूका नहीं है। ’’ उल्लेखनीय है कि भारत और पाकिस्तान के बीच शिमला समझौता 1971 के युद्ध का परिणाम था। जिसके बाद भारत ने आत्मसमर्पण करने वाले 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को रिहा किया था ।
शाहबाज़ के बयान की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने आलोचना की है जिस पर तत्कालीन अध्यक्ष और तब के प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो और तत्कालीन भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने समझौते पर हस्ताक्षर किया था।