दिल्ली: कांग्रेस ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को जबरदस्ती ‘थोपे जाने’ का विरोध किया और कहा कि इस मामले में सभी संबंधित पक्षों को विश्वास में लिए जाने की जरूरत है।
उसने यह भी कहा कि एक साथ तीन तलाक पर फैसला उच्चतम न्यायालय को करना है और साथ ही उसने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी ने हमेशा महिलाओं के सशक्तीकरण की पैरवी की है।
समान नागरिक संहिता को लेकर खड़ी हुई नयी बहस के बीच कांग्रेस ने कहा कि वह किसी संहिता को थोपे जाने के खिलाफ है और ऐसे मामले पर सभी संबंधित पक्षों को भरोसे में लिए जाने की जरूरत है।
पार्टी प्रवक्ता शोभा ओझा ने इस मामले पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की टिप्पणी का समर्थन करते हुए कहा कि किसी बदलाव के लिए सभी संबंधित पक्षों को विश्वास में लिए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर ऐसा नहीं होता है तो यह उचित नहीं है।’’ शोभा ने कहा कि कांग्रेस ‘विविधता में एकता’ के सिद्धांत में विश्वास करती है।