दिल्ली: आतंकवाद के मामले पर चीन का दोहरा रवैया फिर सामने आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान को ‘‘आतंकवाद का पोषक देश’’ करार देने के एक दिन बाद आज चीन ने अपने पुराने मित्र का बचाव करते हुए कहा कि वह किसी देश या धर्म को आतंकवाद के साथ जोड़े जाने के विरूद्ध है और उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान के ‘महान बलिदानों’ को स्वीकार करने का आह्वान किया।
पाकिस्तान का बचाव करते हुए चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद को बढ़ावा देने में शामिल देशों और संगठनों से ‘‘गंभीरता से निपटना’’ चाहिए।
गोवा में ब्रिक्स सम्मेलन में मोदी द्वारा पाकिस्तान को ‘‘आतंकवाद का पोषक देश’’ करार दिये जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए चुनयिंग ने कहा कि आतंकवाद से लड़ने के दौरान पाकिस्तान द्वारा दिए गए ‘‘महान बलिदानों’’ को अंतरराष्ट्रीय समुदाय स्वीकार करना चाहिये ।
ब्रिक्स सम्मेलन के अपने संबोधन में मोदी ने कहा था, ‘‘हमारी आर्थिक समृद्धि को सबसे बड़ा सीधा खतरा आतंकवाद से है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि उसकी मातृभूमि भारत के पड़ोस का एक देश है।’’ ऐसा उन्होंने पाकिस्तान के संदर्भ में कहा।