दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने आज कहा कि भाजपा और आरएसएस ने ‘देश का ध्रुवीकरण करने के लिए’ यूनिफॉर्म सिविल कोड और एक साथ तीन तलाक के मुद्दे को गरमाया है।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष आजाद ने केंद्र की भाजपा नीत सरकार से कहा कि तलाक के मामले में मुसलमानों को फैसला करने दीजिए।
उन्होंने कहा, ‘‘उनकी रणनीति यह है कि तीन तलाक पर मुसलमानों को मुसलमानों से लड़ाया जाए और समान नागरिक संहिता पर हिंदुओं को मुसलमानों से लड़ाया जाए। तलाक के मामले पर फैसला मुसलमानों को ही करने दीजिए।’’ बिहार कांग्रेस की ओर से आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद आजाद ने दावा किया कि भाजपा और आरएसएस इन मुद्दों को उठा रहे हैं ताकि महंगाई, बेरोजगारी, काला धन की वापसी जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाया जा सके।
भाजपा सरकार के शासन को ब्रिटिश राज से भी ज्यादा खराब करार देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि ब्रिटिश राज में कभी मांस की जांच के लिए किसी व्यक्ति के फ्रीज अथवा रसोईं की जांच नहीं की गई और यह भी नहीं देखा गया कि किसी विश्वविद्यालय में कोई क्या खाता है।