नई दिल्ली। एक आईएएस अधिकारी ने गुरुवार(27 अक्टूबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिये एक ज्ञापन में कहा कि भारत में हर साल स्वच्छता के अभाव और गंदगी के कारण एक लाख से अधिक बच्चों की मौत होती है और 3.6 लाख करोड़ रूपये का नुकसान होता है।
‘स्वच्छ भारत’ को बढावा देने के उपायों के तहत कारपोरेट और शहरी स्थानीय निकायों के बीच सीधे संपर्क और कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व की परिभाषा का दायरा बढाना शामिल है।
एस डी सिंह द्वारा दिये गये ज्ञापन ‘स्वच्छ’ में कहा गया कि भारत में 12 प्रतिशत से अधिक शहरी लोग खुले में शौच करते हैं।
सिंह ने एक अगस्त से शहरी विकास मंत्रालय में सहायक सचिव के रूप में तीन महीने काम किया।