नई दिल्ली। चीन और भारत के विवादों को अपने हितों के लिए भुनाने का जापान पर आरोप लगाने के साथ ही चीनी मीडिया ने शनिवार(12 नवंबर) को कहा कि भारत उस पर लगाम लगाने के लिए जापान के हाथों का ‘मोहरा’ नहीं बनेगा।
चीन का सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तीन दिवसीय जापान यात्रा पर लिखे अपने संपादकीय में कहा है कि जापान भारत और चीन के बीच के विवादों का इस्तेमाल कर चीन पर लगाम लगाने के लिए भारत को राजी करना चाहता है।
लेख में आशंका जताई गई है कि जापान भारत से अपील करना चाहता है कि वह दक्षिणी चीन सागर मामले में टांग अड़ाए। जापान इसके लिए अपनी सालों पुरानी परमाणु इस्तेमाल को कम करने की स्थिति में भी बदलाव कर रहा है और उसने भारत को असैन्य परमाणु सहयोग के लाभों की पेशकश तक कर दी है।
सरकार समर्थक अखबार ने लिखा है कि पिछले तीन सालों में जापान की राजनयिक नीतियों को देखें तो आबे प्रशासन चीन को घेरने के लिए क्षेत्रीय ताकतों को अपनी ओर करने के प्रयासों में लगा है। इसमें कहा गया है कि भारत को जापान से परमाणु और सैन्य तकनीक तथा विनिर्माण उद्योग और हाई स्पीड रेलवे की तरह ढांचागत क्षेत्र में निवेश के लिए जापान की जरूरत है।