पूर्व विदेश सचिव शिवशंकर मेनन ने कहा है कि पाकिस्तान के परमाणु बम का इस्तेमाल करने का खतरा बेहद बढ़ गया है। मेनन ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा विकसित किए गए छोटे परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की जिम्मेदारी युद्धक्षेत्र में निचले क्रम के अधिकारियों को सौंपी जाएगी, जो सेना में युवा अधिकारी होंगे और धार्मिक स्तर पर बेहद प्रेरित तथा कम से कम पेशेवर होंगे।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रह चुके मेनन ने कहा, इसका मतलब यह है कि भारत के खिलाफ ऐसे छोटे परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के खतरे बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में परमाणु युद्ध की आशंका बढ़ जाती है, क्योंकि भारत इसका जवाब व्यापक परमाणु हथियारों से देगा। उन्होंने कहा कि परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल की नीति, जिसका जिक्र रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने किया है, वह भारत के हित में नहीं होगा।
मेनन ने कहा कि भारत के परमाणु हथियार पाकिस्तानी आतंकवादियों को हतोत्साहित करने के लिए नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के किसी आतंकवादी हमले का जवाब परमाणु हथियार से देने की धमकी किसी मच्छर को मारने के लिए बंदूक का इस्तेमाल करने जैसी होगी और यह भारत के लोगों की समझ से परे होगी। पूर्व विदेश सचिव ने कहा कि भारत की पाकिस्तान नीति को हमेशा वास्तविकता के संदर्भ में नहीं देखा गया।
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