पंजाब और गोवा चुनाव के बाद अब आप पार्टी गुजरात में होने वाले चुनाव की तैयारी कर रही हैं। पीएम मोदी के गढ़ में उन्हीं की पार्टी को शिकस्त देकर दिल्ली की सफलता को दोहराने की उम्मीदों और एक तीन स्तरीय रणनीति के साथ आम आदमी पार्टी गुजरात के चुनावी दंगल में उतर चुकी है। 26 मार्च को गुजरात में जनता की शिकायतों और मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री विजय रूपानी को अपने नेतृत्व में सौंपकर केजरीवाल चुनाव प्रचार अभियान का शंखनाद करने वाले हैं।
लेकिन इसका निर्णय केजरीवाल के बंगलुरु से वापसी के बाद ही लिया जाएगा, इतना तो तय है कि 2017 के अंत तक संपन्न होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव की कमान केजरीवाल के हाथों में ही होगी और चुनावी अभियान में केंद्रीय नेताओं की अहम भूमिका होगी। बीते रविवार को अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में संपन्न हुई पीएसी बैठक में इस रणनीति को रूपरेखा दी गई और गोपाल राय व कुमार विश्वास को महत्त्वपूर्ण भूमिका सौंपी गई।
इसी के तहत 26 मार्च को गांधीनगर का कार्यक्रम तैयार किया गया, जिसके साथ गुजरात में आप का चुनावी बिगुल औपचारिक रूप से बजाए जाने की योजना है। हालांकि, मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य और दिल्ली में व्यस्तता के आकलन के बाद ही उनके जाने की औपचारिक घोषणा होगी, लेकिन इसमें आप के गुजरात प्रभारी गुलाब सिंह यादव व दिल्ली के मंत्री गोपाल राय की मौजूदगी तय है और कुमार विश्वास के रहने की भी पूरी संभावना है।
गुजरात चुनावों पर जनसत्ता से बातचीत में गोपाल राय ने कहा कि 26 मार्च तक रणनीति के पहले चरण का काम पूरा कर लिया जाएगा, जिसके तहत पार्टी संगठन को बूथ स्तर तक तैयार कर लेना है। उसके बाद दूसरे चरण में प्रचार अभियान शुरू होगा जिसकी कमान तो अरविंद केजरीवाल के हाथ में ही होगी, लेकिन सभी केंद्रीय नेतृत्व इसमें समय-समय पर हिस्सा लेंगे।
बाकी की खबर पढ़ने के लिए अगली स्लाइड पर क्लिक करें –