लोकसभा में उठा आतंकवाद का मुद्दा, सरकार का दावा-‘PAK आतंकियों से जुड़े अलगाववादियों के तार’

0
अलगाववादियों

जम्मू-कश्मीर के अलगाववादियों और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी तत्वों के तार आपस में जुड़े हुए हैं। ये बात हम नहीं कह रहे बल्कि ये दावा है गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर का। मंगलवार को लोकसभा में गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि कुछ बड़े अलगाववादी नेताओं सीमा पार और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के आतंकी लीडरों के संपर्क में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन लोगों को घाटी में अशांति फैलाने के लिए पाकिस्तान की ओर से निर्देश के साथ-साथ फंड भी मिलते हैं।

इसे भी पढ़िए :  ओबीसी आरक्षण पर केंद्र का बड़ा फैसला, क्रीमी लेयर की सीमा 6 लाख सालाना से 8 लाख तक बढ़ाई

अंग्रेजी अखबार ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ के अनुसार केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, हमारे पास इस बात की पुख्ता सूचना है कि पड़ोसी देशों की तरफ से प्रायोजित विनाशकारी तत्वों और अलगाववादियों के बीच संबंध है। ऐसे असमाजिक तत्वों के खिलाफ कानून के तहत आवश्यक कदम लिए गए हैं।

इसे भी पढ़िए :  दुर्घटना में घायल राष्ट्रपति के काफिले के पुलिसकर्मियों को मुआवजा

सरकारी खर्चों पर कुछ अलगाववादियों के लिए सुविधा और उसकी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर ऐसा कोई निर्णय जम्मू-कश्मीर सरकार की तरफ से राज्य सुरक्षा समीक्षा समन्वय समिति के कहने पर लिया जाता है। इस तरह की दी जानेवाली सुरक्षा सुविधा में पर्सनल गार्ड, राज्य के गार्ड और गाड़ियां शामिल हैं।

hansraj

अहीर ने सदन में बैठे सांसदों से कहा कि ऐसा पता चला है कि कुछ प्रमुख अलगाववादी नेता पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकियों के बीच संपर्क है। इससे एक बात तो साफ है कि घाटी में अशांति फैलाने के लिए आतंकी अलगावादियों का इस्तेमाल करेंगे।

इसे भी पढ़िए :  सांसदों को वुमन इम्पावरमेंट की सीख देने के लिए दिखाई जायेगी फिल्म 'दंगल'

खुफिया सूचना के मुताबिक, अप्रैल में हिजबुल कमांडर के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद वहां पर हिंसा फैलाने में वहां के स्थानीय अलगाववादी नेताओं की प्रमुख भूमिका रही है।