पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने गुरुवार को संसद में केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए जोरदार भाषण दिया। उन्होंने कहा की नोटबंदी लागू करने में बदइंतजामी हुई है, इतना बड़ा फैसला लेने से पहले यह सोच लेते की लोगों को इससे कितनी दिक्कत होगी। इंडियन एक्सप्रेस को जानकारी के मुताबिक संसद में दिए भाषण के लिए कांग्रेस पिछले एक हफ्ते से तैयारियों में लगी थी। जानकारी मिली है कि कांग्रेस पार्टी चाहती थी कि मनमोहन सिंह टीवी पर एक इंटरव्यू दे दें। लेकिन उनकी सेहत ठीक नहीं थी।
सेहत की वजह से वह सोमवार को इजरायल के राष्ट्रपति से भी नहीं मिल पाए। फिर सोचा गया कि उनका एक लंबा पत्र प्रकाशित करा दिया जाए। लेकिन फिर पार्टी के लोगों को लगा कि टीवी पर मनमोहन सिंह का बोलना लोगों को ज्यादा आकर्षित करेगा। इसके बाद बुधवार को फाइनल हो गया कि संसद में बोलना ही सबसे ठीक रहेगा। मनमोहन सिंह ने भी इसपर हामी भर दी थी।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस को इस बात की भनक लग गई थी कि गुरुवार को पीएम मोदी प्रश्न काल के वक्त संसद में होंगे और ऐसे में सरकार पीएम के सामने होने पर बहस के लिए कह सकती है। इसको देखते हुए मनमोहन सिंह को बोलने के लिए कहा गया। राज्य सभा में पहले से यह तय हुआ था कि नियम नंबर 267 के तहत बहस तबतक ही होगी जबतक प्रधानमंत्री सदन में रहेंगे।