पाकिस्तान ने कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों और स्थानीय नागरिकों के बीच चल रही हिंसा को ‘नरसंहार’ करार दिया है। पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा एम आसिफ ने शुक्रवार सुबह कई भड़काऊ ट्वीट किए। उन्होंने इस सप्ताह हुई हिंसा की तुलना 2002 के गुजरात दंगों से की। आसिफ ने इस हिंसा को ”गुजरात में मोदी द्वारा शुरू किए गए धार्मिक समूह को खत्म करने का दोहराव” बताया है। आसिफ का यह ट्वीट ऐसे वक्त आया है कि जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मंगलवार, 19 जुलाई को कश्मीरियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मुल्क में ‘काला दिवस’ मनाने का फैसला किया है।
Electing a clean & truly democratic govt on 21 july in AJK will help the Kashmir cause &strengthen the movement against Indian occupation..
— Khawaja M. Asif (@KhawajaMAsif) July 15, 2016
Massacre & genocide in Indian Occupied Kashmir is extention & re enactment of ethnic cleansing started by Modi in Gujrat..
— Khawaja M. Asif (@KhawajaMAsif) July 15, 2016
नवाज शरीफ ने सोमवार, 11 जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को हीरो बताया था। उन्होंने बुरहान को ‘कश्मीरी नेता’ कहकर संबोधित किया और उसकी हत्या पर ‘गहरा आश्चर्य’ जताया था। जिसके बाद भारत ने इस सप्ताह एक बयान जारी कर पाकिस्तान से कहा था कि वह ‘पड़ोसियों के आंतरिक मामलों में दखलअंदाजी करने से बचे।” भारत ने यह भी कहा था कि पाकिस्तान के ऐसे बयान उसके ‘आतंकवाद से संबंधों’ की पोल खोलते हैं।
भारत खुफिया सूचना पर दक्षिणी कश्मीर में शुक्रवार, 8 जुलाई को सुरक्षा बलों ने बुरहान वानी को मार गिराया था। इसके बाद हुए विरोध प्रदर्शनों में कई पुलिस थानों और गाड़ियों को आग लगा दी गई। अब तक हिंसा में 36 लोगों की जान जा चुकी है और 1500 से ज्यादा घायल हैं। घाटी के सभी जिलों में अभी भी कर्फ्यू लगा हुआ है। मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित रखी गई हैं।