आतंकियों ने फ्रांस हमले से पहले भेजा था ‘कोड वर्ड’

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फ्रांस के नेशनल डे की छुट्टी थी और हजारों की संख्या में लोग शहर के मशहूर फ्रेंच रिवेरा रिजार्ट के करीब समंद्र किनारे आतिशबाजी का मजा लेने के लिए इकट्ठा हुए थे। नीस की इस मस्ती से बस कुछ देर पहले एनक्रिप्टेड फोन एप्प टेलीग्राम पर अचानक एक स्माइली इमेज आता है। इमेज यूनाइटेड साइबर खलीफा की तरफ से जारी किया गया था।

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कुछ सेकेंड के इस स्माइली इमेज के बाद अचानक एक शब्द का एक मैसेज आता है ‘फ्रांस।’ पहले स्माइली और फिर फ्रांस। जाहिर है इसका मतलब किसी को समझ नहीं आया और जब समझ आया तब पता चला कि ये फ्रांस पर हमले का एक नया कोड था।

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शहर में छुट्टी थी लिहाज़ा लोग सड़कों पर थे और ठीक तभी नो एंट्री होते हुए भी अचानक एक भारी-भरकम और बड़ी सी लॉरी लगभग 70 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से समंदर किनारे उसी सड़क पर दौड़ने लगती है जिस सड़क पर बड़े-बूढ़े, बच्चे, औरतें सबी मस्ती कर रहे थे। इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता, इस ट्रक ने सबको कुचलना शुरू कर दिया। आठ मिनट बाद जब लॉरी रुकी तब तक 80 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी थी। महज आठ मिनट के अंदर यहां का मंजर दहशत में बदल चुका था।

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