नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा है कि कि उन्होंने एक अरब से अधिक भारतीयों का विश्वास तोड़ा है। सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने नोटबंदी का फैसला कर अपने मौलिक कर्तव्यों का उपहास उड़ाया है। पूर्व प्रधानमंत्री सिंह के ये विचार शुक्रवार(9 दिसंबर) को प्रमुख अंग्रेजी दैनिक ‘द हिन्दू’ में प्रकाशित किए गए हैं।
सिंह ने नोटबंदी के इस फैसले को एक विशाल त्रासदी करार दिया और कहा कि नोटबंदी के कारण आगामी महीनों में देश को मुसीबत भरे वक्त के लिए तैयार रहना चाहिए। अपने आलेख में सिंह ने यह भी कहा कि इस फैसले से ईमानदार भारतीयों को जबर्दस्त चोट पहुंचेगी, जबकि जिनके पास कालाधन है, उन्हें ज्यादा नुकसान नहीं होगा।
पूर्व पीएम ने अपने लेख में कहा कि ऐसा कहा जाता है, ‘पैसा एक विचार है जो आत्मविश्वास को प्रेरित करता है।’ लेकिन 8 नवंबर को एक झटके ने करीब 125 करोड़ लोगों के विश्वास को बर्बाद कर रख दिया है। इस फैसले के चलते एक रात में ही 500 और 1000 रुपये के रूप में मौजूद देश की 85 फीसदी मुद्रा बेकार हो गई।
हालांकि, उन्होंने कर चोरी रोकने और आतंकवादियों द्वारा नकली नोटों के इस्तेमाल को खत्म करने की प्रधानमंत्री मोदी की मंशा की तारीफ भी की और कहा कि इसके लिए खुले दिल से उन्हें समर्थन दिया जाना चाहिए। इससे पहले 24 नवंबर को सिंह ने संसद में बोलते हुए नोटबंदी के फैसले को ‘संगठित लूट’ बताया था।