नई दिल्ली। भारत ने शुक्रवार(9 दिसंबर) को चीन को नसीहत देते हुए कहा कि नागरिक परमाणु तकनीक हासिल करने के भारतीय प्रयासों को चीन राजनीतिक रंग न दे। गौरतलब है कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह(एनएसजी) की सदस्यता हासिल करने के भारत के प्रयास का बीजिंग लगातार विरोध कर रहा है।
इंडिया चाइना थिंक-टैंक फोरम’ को संबोधित करते हुए विदेश सचिव एस जयशंकर ने ‘कट्टरंपथी आतंकवाद’ से निपटने में द्विपक्षीय सहयोग की पैरवी की और इसको लेकर निराशा जताई कि दोनों देश महत्वपूर्ण वैश्विक मंचों पर इस मुद्दे को लेकर साथ नहीं आ पा रहे हैं।
जयशंकर ने कहा कि एनएसजी का आधार बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि परमाणु अप्रसार को लेकर भारत की नीति और उसका इतिहास साफ है। भारत की स्पष्ट सोच है कि ऊर्जा के लिए परमाणु समझौते होने चाहिए। इस मुद्दे को लेकर चीन की रणनीति और कूटनीति विभेदकारी है।
उन्होंने कहा कि बदलाव के समय हमें सामरिक संवाद की ओर बड़े पैमाने पर ध्यान केंद्रीत करना चाहिए। इससे दोनों देशों के बीच की गलतफहमी दूर होगी और दोनों के बीच व्यापक विश्वास और सहयोग बढ़ाने में मदद मिल सकती है।