पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और हजार के नोट बंद के एलान के बाद से पूरे देश की जनता नए नोट को पाने के लिए बैंको और एटीएम के बाहर लंबी-लंबी कतारों में खड़ी है। देश भर के लोग मुसिबतों का सामना कर रहे हैं। इस फैसले के बाद से 100 से अधिक लोग अपनी जान गवां बैठे हैं। वहीं दूसरी और सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के ही नेता रैलियों में पुराने नोटों को मंच के बगल में मौजूद गायकों और कलाकारों को बांटते नजर आए।
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के इन्टर कॉलेज के मैदान में, पार्टी ने पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का आयोजन किया था। कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को भी शामिल होना था। उनके स्वागत गान के लिए गायक को गीत गाने पर बीजेपी नेता 500 रुपये के पुराने नोट देने लगे। इस पर गायक ने कहा, ‘अरे भइया इ नोटवा कहा चली हो (ये नोट कहां चलते हैं)।’
ऐसे में सवाल यह है जहां एक और पार्टी के मुखिया नोटों को बंद कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ उनके ही नेता पुराने नोटों को धड़ल्ले से रैली और बीजेपी के कार्यक्रमो में चला रहा है।