चेन्नई: टीम इंडिया ने पूरी सीरीज की तरह चेन्नई टेस्ट में भी पहले ही दिन से इंग्लैंड पर दबाव बनाने की रणनीति अपनाई, लेकिन उसके गेंदबाज उतने प्रभावी नहीं दिखे, जैसा कि उन्होंने सीरीज के अन्य मैचों में दिखाया था। एमए चिदंबरम स्टेनडियम में दूसरे दिन का खेल जारी है। टीम इंडिया की कोशिश इंग्लैंड को जल्दी आउट करने की है। दिन की शुरुआत में जब अश्विन ने दिन की पांचवीं ही गेंद पर कल के नाबाद बल्लेबाज बेन स्टोक्स (5) को पैवेलियन लौटाया तो लगा कि भारत जल्दी ही अंग्रेजों को समेट देगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इंग्लैंड की पारी लंबे इंताजर के बाद चायकाल के बाद 477 रन पर सिमट गई। लियाम डॉसन 66 रन बनाकर नाबाद लौटे। रवींद्र जडेजा ने तीन, ईशांत शर्मा और उमेश यादव ने दो-दो विकेट, वहीं आर अश्विन और अमित मिश्रा ने एक-एक विकेट लिया।
इंग्लैंड ने चाय के बाद थोड़ी ही देर में नौवां विकेट गंवा दिया। स्कोर में तीन रन ही जुड़े थे कि स्टुअर्ट ब्रॉड 17 रन पर रनआउट हो गए। ब्रॉड ने रवींद्र जडेजा की गेंद को फाइन लेग की ओर खेलकर दो रन चुराने की कोशिश की, लेकिन लोकेश राहुल ने शानदार फील्डिंग करते हुए उन्हें रनआउट करा दिया।
इंग्लैंड ने लंच से पहले की गलती को नहीं दोहराते हुए अच्छी शुरुआत की। सुबह इंग्लैंड ने 37 रन पर ही तीन विकेट खो दिए थे। इनमें सबसे अहम विकेट मोईन अली का था, जो 146 रन बनाकर लौटे। लियाम डॉसन और आदिल राशिद ने लंच से पहले की 31 रनों की साझेदारी से आगे खेलना शुरू किया और स्कोर को 400 के पार पहुंचा दिया।राशिद और डॉसन ने टीम इंडिया के गेंदबाजों को खासा परेशान किया। दोनों के बीच 108 रन की साझेदारी हुई। अंत में तेज गेंदबाज उमेश यादव ने राशिद को चकमा देने में सफलता हासिल की, जब उन्होंने उनको विकेट के पीछे पार्थिव पटेल के हाथों कैच करा दिया। डेब्यू मैच खेल रहे डॉसन ने बेहतरीन पारी खेलते हुए 121 गेंदों में पहली फिफ्टी बनाई।