कोच न बनने के बाद छलका रवि शास्त्री का दर्द!

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कोलकाता। इंडियान क्रिकेट के दादा सौरव गांगुली फिर से पावरफुल हो गए हैं। अनिल कुंबले के टीम इंडिया के हेड कोच बनने के बाद ये साबित भी हुआ है। गांगुली के कहने पर ही तेंडुलकर और लक्ष्मण कुंबले के नाम पर राजी हुए। सौरव की वजह से ही शरद पवार लॉबी भी चुप्पी साधे रही। लेकिन इस पोस्ट के फ्रंट रनर रवि शास्त्री बोर्ड के इस फैसले से निराश है। उनके मुताबिक, इंटरव्यू के दौरान गांगुली नहीं थे। कुंबले शॉर्टलिस्ट किए गए 21 लोगों में शामिल नहीं थे। उसके बाद भी गांगुली के दबाव में उन्हें चुना गया। शास्त्री ने मीडिया से कहा- “मैंने टीम डायरेक्टर के रूप में 18 महीने काफी मेहनत की थी, फिर भी मुझे हेड कोच के रूप में नहीं चुना गया। मुझे जब यह खबर मिली तो मैं काफी निराश हुआ।”

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