केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भ्रष्टाचार की बीमारी ने देश के मुसलमानों सहित कमजोर तबकों को सबसे ज्यादा अपना शिकार बनाया जिसके चलते मुस्लिम समाज गरीबी रेखा के नीचे आता गया।
उन्होंने कहा कि गरीबों और अल्पसंख्यकों के विकास के लिए उनकी सरकार सबका साथ, सबका विकास की भावना के साथ काम कर रही है।
‘सेलिब्रेशन अरेबिक डे 2016’ कार्यक्रम में अपने संबोधन में नकवी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा उनके सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक सशक्तिरण के लिए किए गए बड़े पैमाने पर खर्च के बावजूद मुस्लिम गरीबी रेखा के नीचे रह गए। इसका मुख्य कारण बेईमानी और बिचौलियों का बोलबाला रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार ने बिना बिचौलियों के गरीबों तक सीधा लाभ पहुंचाने का अभियान शुरू किया, जिसके चलते अब तक अरबों रुपयों की होने वाली लूट रुकी है और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मुसलमानों सहित सभी गरीबों, जरूरतमंदों को हुआ है तथा लूट लॉबी पर लगाम लगी है।
नकवी ने कहा कि कुछ लोग सियासी वजहों से कालेधन तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का विरोध कर गरीबों की खुशहाली को रोकना चाह रहे हैं लेकिन ईमानदारी बनाम बेईमानी की इस लड़ाई में पूरा देश एकसाथ खड़ा है और बेईमानों का बंटाधार तय है। उन्होंने नोटबंदी को गरीबों के विकास का एक बड़ा आधार बताया।