दिल्ली: पार्टी बनाकर ब्लैक मनी को व्हाइट करने वाले देश में मौजूद कम से कम 200 दलों की मान्यता अब खतरे में है। चुनाव आयोग अब इन पार्टियों के ऊपर कार्रवाई करने जा रही है।
चुनाव आयोग सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स को ऐसे फर्जी राजनीतिक दलों के बारे में चिट्ठी लिखने वाला है जो सिर्फ कागजों में ही चलता है। यह कदम आयोग इसलिए उठा रहा है ताकि इन पार्टियों के वित्तीय लेनदेन की सही जानकारी मिल सके। चुनाव आयोग को लगता है कि ऐसी फर्जी पार्टियां सिर्फ इसलिए बनायी जाती हैं कि इनके ज़रिए काले धन को सफेद किया जा सके।
चुनाव आयोग को शक है कि राजनीतिक पार्टियां बनाकर काले धन को सफेद करने का खेल हो रहा है। इसीलिए उसने करीब 200 ऐसी पार्टियों की लिस्ट तैयार की है। जो सिर्फ कागज़ों पर हैं। देशभर में करीब 1900 राजनीतिक दल हैं, इनमें 7 राष्ट्रीय दल, 58 क्षेत्रीय दल हैं, और बाकी बचे दल रजिस्टर्ड तो हैं पर उनकी कोई पहचान नहीं है, इसमें करीब 1500 पार्टियां ऐसी हैं जिन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानि एडीआर की रिपोर्ट कहती है कि राजनीतिक दलों को मिलने वाली 75 फीसदी रकम बेनामी है, यानि जिसका कोई स्त्रोत ही नहीं है।