सेल्फी बनी बीमारी, आपको भी पहुंचा सकती है हॉस्पिटल

0
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

सेल्फी जो हर किसी को पसंद होती है, हम कही भी घूमने जाते है, तो सेल्फी लेना कभी नहीं भूलते क्योकि अपने आप फोटो खींचना आजकल का ट्रेंड बन गया है। जिन्हें हम अपनी यादे बना लेते है। लेकिन इसी सेल्फी का हमारी सेहत पर क्या असर पड़ता है, इसका पता है, आपको। आजकल के लोग इससे ज्यादा एडिक्ट हो गए है, जिसके करण वह इस बिमारी का शिकार हो रहे है। इससे होने वाली बीमारी से पेशंट दिल्ली के अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। ऑब्सेसिव कंप्लसिव डिसऑर्डर नाम की बीमारी से पीड़ित तीन ऐसे मरीजों की पहचान एम्स में हुई है।

इसे भी पढ़िए :  अस्पताल से ही विदेश मंत्रालय का काम-काज संभाल रही हैं सुषमा स्वराज

गंगाराम अस्पताल में तो हर महीने चार-पांच ऐसे टीनेजर्स इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, जिनमें सेल्फी से जुड़ी बीमारी देखी जा रही है। शहरों में यह बीमारी तेजी से बढ़ रही है। बॉडी इमेज को बेहतर दिखाने की यह लत ज्यादातर लड़कियों में देखी जा रही है। इस लत को अभी तक लोग बीमारी के रूप में नहीं देख रहे हैं। इंटरनैशनल स्टडी के अनुसार 60 पर्सेंट महिलाएं इससे अनजान होती हैं।

इसे भी पढ़िए :  गूगल पर संभल कर करें सर्च, वरना हो सकती है मुश्किल

एम्स के सायकायट्री डिपार्टमेंट के डॉ. नंद कुमार ने कहा कि यह सच है कि हाल में तीन ऐसी लड़कियों का इलाज एम्स में हुआ है, जिसमें सेल्फीसाइटिस की प्रॉब्लम देखी गई थी। सेल्फीसाइटिस एक ऐसी कंडीशन होती है, जब इंसान अगर कोई सेल्फी नहीं ले या उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं करे तो उसे बेचैनी होने लगती है। इसे ऑब्सेसिव कंप्लसिव डिसऑर्डर कहा जाता है। नहीं चाहते हुए भी लोग सेल्फी से खुद को रोक नहीं पाते हैं। जरूरत से ज्यादा सेल्फी लेने की चाहत बॉडी में डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर नाम की बीमारी को भी जन्म देती है।

इसे भी पढ़िए :  तमिलनाडु को एक और झटका ! जयललिता के करीबी और सलाहकार चो. रामास्वामी का निधन
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse