टीवी चैनल के बाजार आंकने-मापने वाली एजेंसी BARC के नए आंकड़ो के मुताबिक बाबा रामदेव 2016 में देश के छोटे परदे पर देखे गए विज्ञापनों में सबसे बड़ा चेहरा बनकर उभरे हैं। उन्हें पूरे साल लगभग 7221 घण्टे देखा गया जो एक रिकॉर्ड हैं। औसतन बाबा देश के 161 अग्रणी चैनल्स पर 19 घण्टे 43 मिनट रोज़ाना देखे जाते हैं। इनमे 84 प्रतिशत से ज्यादा न्यूज़ चैनल है। इन अंधाधुंध विज्ञापनों के जरिये हिंदी बेल्ट के खबरिया चैनल्स पर आज बाबा सबसे बड़े टीवी स्टार बन गए हैं। हालाँकि कोई भी व्यापारिक कम्पनी अपने विज्ञापन बजट का अधिकतर शेयर एंटरटेनमेंट चैनल पर ज्यादा खर्च करती है लेकिन बाबा ने अपने निजी लाभ के लिए नियम बदल दिए हैं।
बाबा पहले ऐसे न्यूज़मेकर हैं जो समाचार के साथ साथ अखबारों और चैनलों के विज्ञापन पर भी छाए हैं।बाबा के करीबी सूत्रों के मुताबिक रामदेव 2019 से पहले राष्ट्रीय राजनीती में पाँव रखना चाहते हैं। इस दिशा में वो 2010 से सक्रिय हुए जब उन्होंने स्वदेशी के साथ साथ कालेधन पर ज़बरदस्त प्रचार शुरू किया था। उनकी तैयारी 2014 में ही बीजेपी के साथ साथ पचास लोकसभा सीटें लड़ने की थी लेकिन बीजेपी उनकी इस मांग पर सहमत नही थी।
बेहद गोपनीयता के साथ अब बाबा 2019 की तैयारी कर रहे हैं और कुछ राष्ट्रीय हिंदी चैनल्स को बाबा 40 से 50 करोड़ रूपए तक का भुगतान करके उनके सबसे बड़े विज्ञानप दाता बन गए है। ऐसा कहा जाता है कि जिन न्यूज़ चैनल्स को बाबा ने करोड़ों के पेमेंट करते हैं उनके मालिकों को वे हरिद्वार स्थित अपने मुख्यालय में ज़रूर बुलाते हैं।
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