नई दिल्ली : रामजस कॉलेज में हुई हिंसा और उस पर करगिल शहीद की बेटी गुरमेहर कौर के सोशल मीडिया पर कैंपेन को लेकर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मामले को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति से लेकर देश की राजनीति तक गर्मायी हुई है। सोमवार को ABVP ने तिरंगा मार्च निकाला तो मंगलवार को AISA ‘पब्लिक प्रोटेस्ट मार्च’ निकाल रही है। पहले गुरमेहर भी इसमें शामिल होने वाली थीं, पर मंगलवार सुबह उन्होंने इसमें न जाने की बात कहकर चौंका दिया। इस बीच कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और अरविंद केजरीवाल भी इस विवाद में कूद पड़े हैं। खबर है कि दिग्गी मार्च में शामिल हो सकते हैं। उधर केजरीवाल इस सिलसिले में दिल्ली के उप-राज्यपाल से मुलाकात करेंगे।
ABVP के बाद AISA का मार्च
सोमवार को ABVP के तिरंगा मार्च के बाद मंगलवार को AISA खालसा कॉलेज से 12:30 बजे ‘पब्लिक प्रोटेस्ट मार्च’ निकाल रही है। इसमें स्टूडेंट्स और टीचर्स दोनों शामिल होंगे। खालसा कॉलेज से आर्ट्स फैकल्टी तक निकाले जाने वाले इस मार्च में डीयू ही नहीं, जेएनयू, आईपी, आंबेडकर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स और टीचर्स भी शामिल होंगे। डूटा, जेएनयूटीए ने भी इस मार्च को समर्थन दिया है। कांग्रेस के कई सीनियर नेता भी इसमें शामिल हो सकते हैं। दिग्विजय सिंह और ऑस्कर फर्नांडिस के मार्च में शामिल होने की खबर है।
पहले कहा जा रहा था इस मार्च में गुरमेहर कौर भी शामिल होंगी, लेकिन अब उन्होंने खुद को इससे अलग कर लिया है। उन्होंने ट्वीट कर बताया, ‘मैं कैंपेन से अपने आप को अलग कर रही हूं। आप सब को बधाई। मुझे अकेला छोड़ दें, मुझे जो कहना था, मैंने कह दिया। यह स्टूडेंट्स का कैंपेन है, मेरे लिए नहीं है। आप लोग बड़ी संख्या में वहां पहुंचें, बेस्ट ऑफ लक।’ अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘अगर कोई मेरे साहस और बहादुरी पर सवाल उठाता है तो मैं बहुत साहस कर चुकी हूं, एक बात तो पक्की है कि अगली बार कोई इस तरह की धमकी देने से पहले दो बार जरूर सोचेगा।’
अगले पेज पर पढ़िए- गुरमेहर के सपोर्ट में रॉबर्ट वाड्रा