पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान पर एक साल का बैन लगा दिया गया है। इसके अलावा उन पर दस लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। उन्हें बुकी ने ऑफर किया था, जिसकी जानकारी उन्होंने बोर्ड को नहीं दी थी। इरफान के एक साल के बैन में आधा निलंबित होगा। इसका मतलब यह है कि वो इस बैन को दो हिस्सों में पूरा करेंगे। पहला छह महीने तक चलेगा। उसके बाद रिव्यू किया जाएगा। अगर वो सारे नियमों का पालन करते हैं, तो उसके बाद छूट दी जा सकती है। इरफान अगले छह महीने तक किसी भी तरह की क्रिकेट का हिस्सा नहीं हो पाएंगे। उनका सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट भी निलंबित रहेगा। बैन 14 मार्च से प्रभावी माना जाएगा। इरफान पर आर्टिकल 2.4.4 के उल्लंघन का आरोप लगा था। दो मौकों पर उन्होंने पीसीबी की विजिलेंस और सिक्योरिटी डिपार्टमेंट को स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों की जानकारी नहीं दी।
इरफान ने 27 मार्च को अपना लिखित बयान जमा कराया था। वो दो बार अपनी बात रखने के लिए पेश भी हुए। अगले छह महीने इरफान पीसीबी की विजिलेंस और सिक्योरिटी को सपोर्ट करेंगे। भ्रष्टाचार रोधी शैक्षिक कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। इरफान ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि मैंने अपनी गलती मान ली है। उन्होंने माना था कि दो बार बुकी ने उनसे संपर्क साधा था। उन्होंने अपनी गलती के लिए माफी मांगी थी और उम्मीद जताई थी कि मुल्क भी उन्हें माफ कर देगा।
इरफान उन पांच खिलाड़ियों में थे, जिन्हें स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया था। पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान इन पर आरोप लगे थे। उन्होंने सुनवाई के दौरान कहा था कि मां-बाप की मौत की वजह से वो बहुत मानसिक दबाव में थे। इस वजह से मामले की रिपोर्ट नहीं की।