नई दिल्ली : युवाओं को ISIS में शामिल करने के उकसाने के आरोपी अमजद खान उर्फ अयान खान सलाफी ने आजमगढ़ की 24 वर्षीय युवती से अपने साथ सीरिया आने और इस्लामिक जीवन जीने के लिए बुलाया था। युवती एक मेडिकल स्टूडेंट थी, वह अयान से प्रेरित हुई और दोनों ने पिछले साल मई के महीने में फोन पर ही शादी कर ली। 37 वर्षीय अयान राजस्थान के चुरु का रहने वाला है। उसके भारत में ISIS प्रमुख शफी अरमार का करीबी है और जेकेएच जॉइन करने के लिए युवाओं को प्रेरित करने में प्रमुख योगदान करता है। अरमार ने साल 2015-16 में जेकेएच की शुरुआत की थी।
बता दें कि अमजद खान उर्फ अयान खान सलाफी को इसी साल अप्रैल में आतंकी संगठन ISIS की ब्रांच जेकेएच में शामिल होने के लिए युवाओं को उकसाने के आरोप में सऊदी अरब से भारत डिपोर्ट किया गया था। पिछले साल एनआईए ने जेकेएच के 30 सदस्यों को अरेस्ट किया था। अमजद खान यानी अयान सउदी अरब से काम करता था। पूछताछ में उसने एनआईए को बताया था कि वह सिर्फ युवाओं को प्रेरित करने का काम नहीं करता था बल्कि ISIS में नियुक्तियां भी करवाता था। उसने यह भी बताया था कि वह उन्हें एनआईए पुलिस के छापों को लेकर अलर्ट भी करता था। फोन पर शादी के बारे में पूछे जाने पर अमजद ने बताया कि वह साल 2012 से युवती से बातचीत कर रहा था। वह आजमगढ़ के सराय मीर में मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी। वह अकसर उससे इस्लाम के बारे में बातें किया करती थी और इस बारे में अमजद की जानकारी से प्रभावित थी। अमजद शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं, यह जानते हुए भी उसके प्यार में थी।
अमजद जब 2014 में सउदी गया तो उसने ISIS की विचारधारा को लेकर उसे प्रेरित किया और अपने साथ सउदी जाने के लिए कहा। अमजद ने उसे बताया था, ‘शफी अरमार ने यह सुनिश्चित किया है कि वह अमजद के साथ वहां रह सकती है और उसे युद्ध के मैदान में नहीं जाना होगा।’मई 2016 में दोनों ने फोन पर निकाह कर लिया। हालांकि, युवती सउदी नहीं गई और उसके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं की गई। एनआईए ने युवती की पहचान उजागर नहीं की है।