लखनऊ में छात्रों ने योगी को दिखाए काले झंडे, 14 छात्र गिरफ़्तार, 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड

0
लखनऊ
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

लखनऊ यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफिले को काला झंडा दिखाने और छात्रों के हंगामा करने के मामले में एक दरोगा सहित 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर चिनहट थाने के दारोगा वीरेंद्र यादव व छह कांस्टेबल अलाउद्दीन, जीवन सहाय, आत्मेंद्र, विजेंद्र व देवेंद्र को निलंबित कर दिया गया है. इस बीच, हसनगंज पुलिस ने 14 आरोपी छात्रों को हिरासत में लिया है. पुलिस ने तीन छात्राओं को भी शांति भंग में चालान किया है. एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है. मामले में समाजवादी छात्र सभा और आइसा के छात्र नेता है सभी 14 छात्र नेताओं पर 7-CLA एक्ट समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. हसनगंज पुलिस ने सभी 14 छात्र नेताओं को जेल भेजने की तैयारी कर ली है.

इसे भी पढ़िए :  UP बोर्ड: 16 मार्च से शुरू होंगी 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं

दरअसल राजधानी में बुधवार शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में बड़ी चूक हो गई. मुख्यमंत्री के विरोध की तैयारी की पूर्व सूचना के बावजूद पुलिस प्रदर्शनकारी छात्र-छात्रओं को मुख्यमंत्री के काफिले के आगे आने से रोकने में नाकाम रही. सीएम लखनऊ यूनिवर्सिटी में हिंदवी स्वराज दिवस कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. इस बीच हनुमान सेतु के पास सुरक्षा घेरा तोड़कर सपा छात्रसभा, एसएफआइ व आइसा से जुड़े छात्र-छात्राएं आगे आ गए और काले झंडे दिखाते हुए सीएम के काफिले को रोक दिया.

इसे भी पढ़िए :  बीजेपी से मुकाबले के लिए, बिहार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी होगा महागठबंधन

अगले पेज पर पढ़िए- अपनी कार में बैठे सबकुछ देखते रहे योगी

कुछ छात्र काफिले के आगे बीच सड़क पर लेट गए. सीएम अपनी कार से यह सब देखते रहे. पुलिसकर्मियों ने सीएम विरोधी नारेबाजी कर रहे छात्रों को किसी तरह घसीटकर काफिले के आगे से हटाया. इस बीच प्रदर्शनकारी छात्रों ने यूनिवर्सिटी के गेट नंबर दो के पास तक अपना विरोध जारी रखा.

इसे भी पढ़िए :  सपा से कटा अतीक का पत्ता, उनकी जगह हसन रूमी को मिला टिकट
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse