यूपी में चुनाव का बिगुल बज चुका है, और अब चुनावों की उल्टी गिनती भी शुरू हो गई है। बहुत जल्द जनता अपने वोट के जरिए उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला करेगी। चुनाव से पहले आए ओपिनियन पोल ने राजनीतिक दलों में एक बार फिर बेचैनी शुरू कर दी है। दरअसल दो अलग-अलग- ओपिनियल पोल चुनाव में अलग-अलग पार्टियों की जीत का दावा कर रहे हैं।
एक तरफ टाइम्स नाउ और वीएमआर सर्वे के अनुसार यूपी में अगली सरकार भाजपा की बनने जा रही है। इस सर्वे के अनुसार यूपी में भाजपा की बहुमत वाली सरकार बनने की उम्मीद जतायी जा रही है। ओपिनियन पोल के अनुसार अगर राज्य में अभी चुनाव होते हैं तो भाजपा को 202 सीटें मिल सकती है।
वहीं एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस सर्वे ने अखिलेश यादव और राहुल गांधी की जोड़ी को नंबर एक बताया है। सर्वे के अनुसार यूपी में सपा-कांग्रेस गंठबंधन को सबसे अधिक सीट मिल सकती है। हालांकि सर्वे के अनुसार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की लोकप्रियता में भारी गिरावट आयी है।
एबीपी न्यूज सर्वे के अनुसार सपा-कांग्रेस को 187 से 197 सीटें मिल सकती है, सबकी दूसरे नंबर पर भाजपा को 118 से 128 सीटों का अनुमान लगाया गया है। जबकी सर्व के अनुसार मायावती की बीएसपी को मात्र 76 से 86 सीटें की मिल सकती है।
लेकिन अगर बात करें मुख्यमंत्री के तौर पर जनता की पहली पसंद की तो पहले ओपिनियन पोल में भी और ताजा ओपिनियन पोल में जनता की पहली पसंद के तौर पर अखिलेश का ही नाम सामने आ रहा है।
हालांकि ओपिनियल पोल कितने सटीक हैं हम इसका दावा तो नहीं करते लेकिन कई बार ओपिनियन पोल चुनाव से पहले चुनाव की स्थिति और जनता के मूड को भांपने का एक बेहतर जरिया जरूर साबित होते हैं।