यूपी के सीएम का कामकाज संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ ने सूबे की कानून-व्यवस्था पर खास तौर पर फोकस किया है। उन्होंने राज्य के डीजीपी जावीद अहमद से 15 दिन के अंदर राज्य में पुलिस व्यवस्था सुधारने का ब्लूप्रिंट तैयार करने को कहा है। सीएम ने इलाहाबाद में बीएसपी नेता की हत्या को लेकर पुलिस को जरूरी निर्देश दिए। साथ ही अफसरों को चेतावनी दी कि अगर वे गोहत्या, महिलाओं के खिलाफ अपराध और सांप्रदायिक तनाव भड़कने से रोकने में असफल रहे तो कड़ी कार्रवाई होगी। सीएम से मिलने के बाद यूपी के प्रिसिंपल सेक्रटरी (होम) देबाशीष पांडा और डीजीपी अहमद ने सीनियर अफसरों को आदेश दिया कि वे उन घटनाओं से निपटने के लिए स्थाई रणनीति बनाएं, जिनसे राज्य का सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है। उन्हें सोशल मीडिया पर प्रभावी ढंग से नजर रखने के भी निर्देश दिए।
याेगी ने शपथ ग्रहण के बाद सोमवार को VVIP गेस्ट हाउस में राज्य के शीर्ष नौकरशाह मुख्य सचिव राहुल भटनागर से मुलाकात की। सोमवार को वह पहली बार लोक भवन में अपने दफ्तर भी गए। उन्होंने सभी विभागों के प्रधान सचिवों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के आला अधिकारियों के साथ सोमवार को की गई पहली बैठक में BJP के संकल्प पत्र के अनुसार काम करने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई।
अधिकारियों ने साल में 100 घंटे स्वच्छता अभियान के लिए देने की शपथ ली। योगी के पदभार ग्रहण करने के समय से ही नौकरशाहों में तबादलों की अटकलें जोरों पर थीं लेकिन फिलहाल योगी तबादले की जगह काम कराने के मूड में दिख रहे हैं। बतौर मुख्यमंत्री उनका अगला कदम क्या होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।