लंबे समय से लापता चल रहे जेएनयू छात्र नजीब अहमद के बारे में एक नया खुलासा हुआ है। हिस्ट्री ब्राउजिंग से पता चला है कि वो लापता होने से पहले खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़ी जानकारी जुटा रहा था। नजीब के गूगल और यूट्यूब द्वारा पुलिस को मुहैया रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि लापता होने से पहले वह आईएस की विचारधारा, नेटवर्क, कार्यप्रणाली, उससे जुड़ने के तरीकों की जानकारी जुटा रहा था। यह रिपोर्ट दिल्ली हाई कोर्ट को सौंप दी गई है।
नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि नजीब 14 अक्टूबर यानी एबीवीपी के सदस्यों से झड़प से ठीक एक रात पहले आईएस लीडर के भाषण का विडियो देख रहा था। झगड़े के अगले ही दिन से वह गायब है। सीसीटीवी में वह ऑटोरिक्शा में बैठते कैद हुआ। केस की पड़ताल में लगी पुलिस अब इंटेलिजेंस के साथ मिलकर उसके रैडिकल गुट से जुड़ने की जांच कर रही है। उसके नेपाल के रास्ते से प्रलोभन में आने की आशंका है। यूपी से सटे नेपाल के कई इलाकों में नजीब के फोटो के साथ पोस्टर्स लगे हुए हैं।
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