अमेरिका में आयोवा विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि, आकाशगंगा के भीतर ब्लैक होल ऐसी प्रचंड हवाएं पैदा करता है जो आकाशगंगा में छेद करनेवाले पदार्थों को बाहर निकाल देती है, जिससे प्रकाश को बाहर निकलने का रास्ता मिल जाता है। इस घटना की वजह से ऐसे कॉस्मोज का निर्माण हुआ जो काफी गर्म थे और भारी गैस की परतवाले थे जिससे प्रकाश बाहर नहीं निकल पा रहा था।
बिग बैंग के करीब एक करोड़ वर्ष बाद ब्रह्मांड फैला और ज्यादा पारदर्शी बना। इसके बाद यह आकाशगंगा, ग्रह, तारों और अन्य चीजों से भर गया, जिनसे प्रकाश निकलता थी. एक अन्य अध्ययन के मुताबिक आकाशगंगा के केंद्र में रहनेवाले ब्लैकहोल इतनी तेजी से पदार्थों को बाहर निकालते है कि इससे निकला हुआ पदार्थ वातावरण को भेदकर प्रकाश को बाहर निकलने देता है।
अनुसंधानकर्ता निकटतम आकाशगंगा का अध्ययन करते हुए इस नई थ्योरी पर पहुंचे है। इस आकाशगंगा से पाराबैंगनी प्रकाश बाहर निकल रहा है। विश्वविद्यालय में भौतिकी एवं अंतरिक्षविज्ञान विभाग के प्रोफेसर फिली कारेट ने कहा, ‘इस अध्ययन से बहुत ही चमकीले एक्स-रे स्रोत की उपस्थिति का पता चला है जो संभवत: ब्लैक होल के आकार को बढ़ा रही है।’