जीएसटी का असर स्वास्थ्य और बीमारियों के इलाज पर भी पड़ने लगा है। हार्ट, डायलिसिस और कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज पर 5 फीसदी तक टैक्स बढ़ गया है। ऐसे में इनके सर्जिकल आइटम से लेकर हॉस्पिटल चार्ज तक महंगे हो गए हैं। पेसमेकर की कीमत ही 10 हजार रुपए तक बढ़ गई है। पहले जहां ज्यादातर हैल्थ सर्विसेस पर 5 से 7 फीसदी टैक्स लग रहा था, वहीं अब यह बढ़कर 12 से 18 फीसदी तक हो गया है। बढ़े हुए चार्ज की वसूली सीधे मरीजों से करना भी अस्पतालों ने शुरू कर दिया है। नेफ्रोलॉजी, हार्ट, किडनी, कैंसर, मोतियाबिंद, डायलिसिस और एनेस्थीसिया 5 प्रतिशत तक महंगे हो गए हैं।