‘शॉटगन’ के नाम से मशहूर सिन्हा ने कहा कि उन्हें सबसे बड़ा खेद भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के आदेश पर अपना राजनैतिक कॅरियर बॉलीवुड अभिनेता राजेश खन्ना के खिलाफ उपचुनाव लड़कर शुरू करने का है।
सिन्हा ने कहा कि वह न सिर्फ चुनाव हार गए बल्कि खन्ना के रूप में एक मित्र भी खो दिया।
सिन्हा ने कहा, ‘‘मुझे सबसे बड़ा राजनैतिक खेद है कि मैंने अपने राजनैतिक कॅरियर की शुरूआत एक उपचुनाव से की। निश्चित तौर पर मेरे मित्र, दार्शनिक, मार्गदर्शक और गुर एल के आडवाणी के आदेश पर। मैं उन्हें ना नहीं कह सका। उन्होंने मेरे लड़ने पर जोर दिया।’’ सिन्हा ने कहा, ‘‘मैंने चुनाव लड़ा और वह भी अपने काफी प्रिय मित्र दिवंगत राजेश खन्ना के खिलाफ। और मैं हार गया या हो सकता है कि हारना नियति थी—वह कुलमिलाकर एक अलग कहानी है।’’ उन्होंने कहा कि खन्ना ने चुनाव के बाद उनसे बातचीत करना बंद कर दिया। इससे वह आहत हुए।