किशोर कुमार जब भी कोई स्टेज-शो किया करते थे तो हमेशा हाथ जोड़कर सबसे पहले संबोधन करते थे-‘मेरे दादा-दादियों।’ मेरे नाना-नानियों, मेरे भाई-बहनों, तुम सबको खंडवे वाले किशोर कुमार का राम-राम, नमस्कार।
किशोर कुमार जब भी कोई स्टेज-शो किया करते थे तो हमेशा हाथ जोड़कर सबसे पहले संबोधन करते थे-‘मेरे दादा-दादियों।’ मेरे नाना-नानियों, मेरे भाई-बहनों, तुम सबको खंडवे वाले किशोर कुमार का राम-राम, नमस्कार।