किशोर कभी किसी फिल्म समारोह में शिरकत नहीं करते थे। उनकी इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार खंडवा में ही हो और उनकी ये ख़्वाहिश पूरी भी की गयी। वे कहा करते थे-‘फिल्मों से संन्यास लेने के बाद वे खंडवा में ही बस जाएंगे और रोजाना दूध-जलेबी खाएंगे।
किशोर कभी किसी फिल्म समारोह में शिरकत नहीं करते थे। उनकी इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार खंडवा में ही हो और उनकी ये ख़्वाहिश पूरी भी की गयी। वे कहा करते थे-‘फिल्मों से संन्यास लेने के बाद वे खंडवा में ही बस जाएंगे और रोजाना दूध-जलेबी खाएंगे।