पंजाबी एकता मंच के संस्थापक प्रमोद बाटला व प्रदेश अध्यक्ष विजय अरोड़ा के नेतृत्व में वहां लोग हाथों में फूल मालाएं और बुके लेकर पहुंच गए। काफी इंतजार के बाद राखी सावंत की गाड़ियों का काफिला पहुंचा, लेकिन राखी ने कार का शीशा उतारकर मेरठ को गुंडों का शहर बताते हुए यहां गाड़ी से उतरने से इंकार कर दिया। राखी सावंत बोलीं कि यह गुंडों का शहर है और यहां पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं, ऐसे में वह यहां पर नहीं उतरेंगी, यहां उनकी जान को खतरा हो सकता है। यह कहकर वह यहां से मुजफ्फरनगर के लिए निकल गईं।
राखी के इस रवैये से वहां मौजूद लोगों का दिल तो टूटा ही साथ में मेरठ को गुंडों का शहर बताने पर मेरठ क्रांतिवीरों का शहरबार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता रामकुमार शर्मा ने कहा कि मेरठ गुंडों का नहीं, क्रांतिवीरों का शहर है, इसका अपमान करने का हक किसी को नहीं है। आइटम गर्ल को मेरठ के बारे में टिप्पणी करने से पहले यहां के इतिहास को जान लेना चाहिए। उन्हें अपने इस बयान के लिए पूरे मेरठ से माफी मांगनी चाहिए। यदि वह माफी नहीं मांगती हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।































































