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इस बारे में शाहिद ने कहा, ‘अब ऐसा हो गया है कि मैंने दूध और दूध से बने उत्पादों को लेना बंद कर दिया है। मैं लैक्टो-सेंसेटिव हूं। बड़ी संख्या में लोग लैक्टो-सेंसेटिव होते हैं, मगर उन्हें इसका पता नहीं होता है। मुझे मुर्गे, सुअर, गाय, मछली और दूसरे जानवरों से प्यार भी है। इसलिए मैं वेजिटेरियन बन गया।’
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