बुलंदशहर गैंगरेप मामले में विवादित बयान देकर सुर्खियों में यूपी के कद्दावर नेता आज़म खान ने आज (गुरुवार) को खेद जताया है। सुप्रीम कोर्ट में आजम के खिलाफ चल रही कार्रवाई को जजों ने उनका माफ़ीनामा मंजूर करते हुए खत्म कर दिया है। हालांकि ऊंचे ओहदे वाले लोगों के इस तरह गैरजिम्मेदारना बयानों पर लगाम लगाने को लेकर सुनवाई चलती रहेगी।
गौरतलब है कि आज़म खान ने यूपी के बुलंदशहर में हाइवे पर मां-बेटी के साथ हुए सामूहिक बलात्कार को राजनीतिक साजिश करार दिया था। इस साल 30 जुलाई को हुई इस घटना पर आज़म के बयान को बेतुका बताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उनसे पीड़िता से माफ़ी मांगने को कहा था।
दरअसल, आज़म के बयान को आधार बनाकर गैंगरेप की 13 साल की नाबालिग पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। पीड़िता की मांग थी कि आजम खान के खिलाफ महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाने के लिए एफआईआर दर्ज हो।
बाद में, आज़म के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट से मामले को तूल न देने का आग्रह किया और कहा कि उनके मुवक्किल पीड़िता से बिना शर्त माफ़ी मांगने को तैयार हैं। कोर्ट ने उनके अनुरोध को स्वीकार करते कहा था कि अगर पीड़ित पक्ष इस माफीनामे को मंज़ूर कर लेगा तो मामला खत्म कर दिया जाएगा। आज़म की तरफ से आज दाखिल हलफनामे में कहा गया है, “अगर पीड़िता को मेरे किसी बयान से तकलीफ पहुंची हो या उसने अपमानित महसूस किया हो, तो मैं बिना शर्त खेद जताता हूं।”
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