
त्योहार सोच बदलने का वक्त होता है। आमतौर पर लोगों को जीवन में निजता की बेहद चिंता होती है। पर कुंभ, जहां लोगों की इतनी भीड़ होती है कि निजता रखना मुश्किल हो जाता है, वहां इसके बावजूद हम खुश रहते हैं। गांवों में छुट्टी जैसी परंपरा नहीं होती। ऐसे में त्योहार उल्लास से भर देते हैं।
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