हाईवे ने नाम पर ‘हाई घोटाला’: कागजों पर सड़क दिखाकर बैंक अधिकारियों और ठेकेदारों ने लूटे 455 करोड़

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ऐसे किया महाघोटाला

दिल्ली सहारनपुर यमुनोत्री मार्ग को चार लेन करने का काम होना था। इसके लिए 1700 करोड़ रुपये का टेंडर हुआ था। इस पर करीब 148 करोड़ रुपये का ही काम पूरा किया लेकिन 603 करोड़ रुपये का भुगतान मिलीभगत से लिया। ठेकेदार कंपनी मेसर्स एसईडब्ल्यू-एसएसवाई हाइवेज लिमिटेड ने फोरलेन के लिए 14 बैंकों से 603,67,77,505 रुपये का लोन प्राप्त कर लिया। इस बीच राज्य प्राधिकरण ने स्वतंत्र अभियंता से निर्माण कार्य की जांच कराई तो पता चला कि कंपनी ने सिर्फ 148 करोड़ रुपये किए। यानी, पूरे काम का सिर्फ 13.33 फीसदी ही पूरा हुआ।

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परियोजना महाप्रबंधक के अनुसार कंपनी के डायरेक्टर पीएस मूर्ति और यरलागदा वेंकटेश राव और प्रमोटर डायरेक्टर्स सुकरवा अनिल कुमार व अलोरी साईबाबा ने 14 बैंकों के प्रबंधकों से मिलकर 4554877505 रुपये का गबन किया है। गोमतीनगर सीओ सत्यसेन यादव ने कहा कि विवेचना ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर की जा रही है।

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इन 14 बैंकों के चार्टड एकाउन्टेंट भी आरोपी बने

1-स्टेट बैँक ऑफ मैसूर—हैदराबाद

2-स्टेट बैंक ऑफ पटियाला-हैदराबाद

3-यूनियन बैंक ऑफ इंडिया-मुम्बई

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4-विजया बैंक-मुम्बई

5-आईसीआईसीआई बैंक-बांद्रा, मुम्बई

6-इंडिया इंफ्रा स्ट्रक्चर फाइनेंस कम्पनी-नई दिल्ली

7-इंडियन ओवरसीज बैंक-हैदराबाद

8-ओरियन्टल बैंक ऑफ कामर्स-हैदराबाद

9-पंजाब नेशनल बैंक-हैदराबाद

10-पंजाब एंड सिन्ध बैंक-सिकन्दराबाद, हैदराबाद

11-स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद-हैदराबाद

12-सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया-मुम्बई

13-कार्पोरेशन बैंक-हैदराबाद

14-देना बैंक-चेन्नई

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