जैन मुनि पर टिप्पणी के लिए आलोचनाओं के घेरे में आए ददलानी ने तोड़ा ‘आप’ से रिश्ता

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फाइल फोटो।

नई दिल्ली। जैन मुनि तरूण सागर के हरियाणा विधानसभा को संबोधित करने पर अपनी व्यंग्यात्मक टिप्पणी के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई हलकों से आलोचनाओं के घेरे में आए आम आदमी पार्टी (आप) के समर्थक और मशहूर संगीतकार विशाल ददलानी ने माफी मांगते हुए राजनीति छोड़ने का फैसला किया है।

पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के लिए चुनाव प्रचार के दौरान ‘पांच साल केजरीवाल’ गाना बनाने वाले ददलानी ने ट्विटर पर ही राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। ददलानी ने यह भी कहा कि पार्टी छोड़ने का फैसला पूरी तरह उनका अपना है।

‘आप’ के प्रबल समर्थक माने जाने वाले ददलानी ने अपना विवादित ट्वीट भी हटा दिया और माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने ‘‘शांतिप्रिय जैन समुदाय को ठेस पहुंचाकर गलती की है।’’ उन्होंने ट्विटर पर जैन मुनि से भी माफी मांगी।

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शनिवार को ददलानी के ट्वीट के बाद केजरीवाल ने उनकी टिप्पणी को गलत बताते हुए कहा था, ‘‘तरूण सागरजी महाराज ना केवल जैनों, बल्कि हर किसी के लिए एक परम पूजनीय संत है और उनके प्रति अनादर दिखाना दुर्भाग्यपूर्ण है तथा यह रूकना चाहिए।’’ वहीं दिल्ली के लोकनिर्माण विभाग मंत्री सत्येंद्र जैन ने अपने संगीतकार ‘‘दोस्त’’ की तरफ से जैन मुनि से ‘‘क्षमा’’ मांगी।

इसके बाद ददलानी ने ट्वीट किया, ‘‘बुरा लग रहा है कि मैंने अपने जैन दोस्तों और अरविंद केजरीवाल एवं सत्येंद्र जैन जैसे दोस्तों का दिल दुखाया। मैं इस कारण से अपने सभी सक्रिय राजनीतिक कार्यों से संबंध खत्म करता हूं। मैं एक बार फिर जैन समुदाय और दूसरे नाराज लोगों से माफी मांगता हूं, लेकिन मैं आप सबसे अनुरोध करता हूं कि आप भारत की खातिर शासन में धर्म के इस्तेमाल का समर्थन ना करें।

संगीतकार ने कहा, ‘‘मैंने शांतिप्रिय जैन समुदाय की भावनाओं को चोट पहुंचाकर गलती की और माफी मांगने का एकमात्र तरीका मेरे लिए अपना अहं त्यागना है। मैंने गलती की और मैं दिल से इसके लिए माफी मांगता हूं।’’ उन्होंने कहा कि उनसे केजरीवाल सहित किसी ने भी पार्टी छोड़ने को नहीं कहा।

ददलानी ने कहा, ‘‘मेरे पार्टी छोड़ने के कारण ‘आप’ के खिलाफ बहुत कुछ कहा जा रहा है। ना तो केजरीवाल और ना ही किसी और ने मुझसे ऐसा करने को कहा। मैं अपने फैसले खुद लेता हूं। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि आप मेरे लिए एक परिवार की तरह है। कृपया केजरीवाल और पार्टी में भरोसा रखें। यह कभी ना भूलें कि केजरीवाल और ‘आप’ ने हम सबके लिए कितना मुश्किल संघर्ष किया है।’’

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क्या है मामला?

दरअसल, तरुण सागर को हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने न्‍यौता दिया था। उनके इस न्‍यौते को स्‍वीकार कर तरुण सागर ने 26 अगस्‍त को हरियाणा विधानसभा को संबोधित किया था। संबोधन के दौरान जैन मुनि निर्वस्त्र थे। इसी पर ददलानी ने लिखा, “अगर आपने इन लोगों के लिए वोट दिया है तो आप इस बकवास के लिए जिम्‍मेदार हो। नो अच्‍छे दिन, जस्‍ट नो कच्‍छे दिन।” उनके इस ट्वीट के बाद लोगों ने उनकी खूब आलोचना की। खुद अरविंद केजरीवाल ने इस ट्वीट को अफसोसजनक बताया।

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