दिल्ली
यह है उत्तर प्रदेश के स्वास्थ व्यवस्था की बेहद शर्मनाक तस्वीर जहां सैकड़ो रोगी पेड़ के नीचे खुले धूप में इलाज कराने को मजबूर हैं। यहां मरीजों को पेड़ के नीचे खाट पर लिटा रखा है। इतनी गर्मी में मरीजो खुले धूप में पेड़ के नीचे रहने को बेबस हैं। गुलोकोज की बोतल को पेड़ की शाखाओ से बांध कर लटकार मरीजों को चढ़ाया जा रहा है।
नगला हसा, लालपुर गंगवानी, रसूलपुर और कुडरेकी गांवों में तो हाल इतना बुरा है कि रोगियों का इलाज पेड़ के नीचे खुली हवा में स्थानीय नीम हकीमों से चल रहा है। इन क्षेत्रों के लोगो को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ता हैं। रसूलपुर गांव के हमीर महमूद अहमद ने बताया कि उनको यहां 15 दिन हो गए है वह बुखार से पीड़ित है। एक आदमी आज ही बुखार की वजह से मारा गया है। उन्होंने कहा चार लोगो का पहले से ही बुखार की वजह से निधन हो गया है। आप खुद ही यहां का हाल देख सकते है स्थानीय डॉक्टर साहिब द्वारा इलाज किया जा रहा है। कल पूरा क्षेत्र रोगियों से भरा था हाल इतना बुरा है की एक महिला और एक बच्चा बुखार के साथ जमीन पर नीचे लेटे थे। महिला के बराबर में एक गाय खड़ी थी जहां गोबर का ढेर लगा हुआ था।