
जयपुर: जयपुर दक्षिण दुर्घटना थाना पुलिस ने सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर दावा किया है कि जयपुर में गत शनिवार को सेंट जेवियर स्कूल के पास बीएमडब्ल्यू कार से आटो को टक्कर मार कर तीन लोगों की जान लेने और बाद में पांच अन्य लोगों को कुचलने के मामले में गिरफ्तार आरोपी विधायक पुत्र सिद्धार्थ महरिया ही वह वाहन चला रहे थे। पुलिस का दावा है कि सिद्धार्थ ने एक होटल में अपने दोस्तों के साथ शराब पी और वह खुद चालक की सीट पर बैठा था। हाईप्रोफाइल हादसे के कारणों की जांच कर रहे दक्षिण दुर्घटना थाना प्रभारी कमल नयन ने आज बताया कि इस प्रकरण से जुड़े लोगों से पूछताछ और राजधानी में मुख्य मार्गो तथा एक होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच में सामने आया है कि सेंट जेवियर स्कूल के पास जिस तेज गति बीएमडब्ल्यू कार ने आटो को टक्कर मारने के बाद पुलिस के गश्ती वाहन को टक्कर मारी उसे सिद्वार्थ महरिया ही चला रहा था।उन्होंने कहा कि होटल की सीसीटीवी फुटेज में पुलिस रिमांड पर चल रहे सिद्धार्थ महरिया, अपने मित्रों के साथ शराब और बीयर पीते हुए, होटल से निकलते वक्त, दुर्घटना में शामिल बीएमडब्ल्यू कार, की ड्राइविंग सीट पर बैठे हुए नजर आ रहा है।
पुलिस जांच अधिकारी ने सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर बताया कि आरोपी और उसके मित्र बीएमडब्ल्यू कार में बैठकर होटल से रवाना हुए। एक कैफे पहुंचे वहां हुक्का पीया। उसके बाद एक मित्र को रास्ते में छोड़ते हुए कार पांच बत्ती, किशनपोल बाजार होते हुए सेंट जेवियर स्कूल के पास पहुंची। जहां उसने एक ऑटो को टक्कर मारी, फिर वहां खड़े पुलिस गश्ती वाहन को टक्कर मारने के बाद रूक गयी।उन्होंने कहा कि पुलिस हिरासत में फिलहाल आरोपी सिद्धार्थ महरिया से पूछताछ की जा रही है। आज उसकी हिरासत अवधि समाप्त होने पर उसे अदालत में पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि शनिवार की रात को अशोकनगर थाना क्षेत्र के सी स्कीम इलाके में नशे की हालत में सिद्धार्थ महरिया ने अपनी तेज गति बीएमडब्ल्यू कार से पहले एक ऑटोरिक्शा को टक्कर मारने के बाद पुलिस गश्ती वाहन को टक्कर मारी। हादसे में आटोरिक्शा में सवार तीन लोगों की मौत हो गई और पुलिस के सहायक उप निरीक्षक, तीन पुलिसकर्मियों सहित पांच लोग घायल हो गये थे।
पुलिस के अनुसार आरोपी सिद्धार्थ के ब्रेथ एनलाइजर की जांच में एल्कोहल की मात्रा 152 मिलीग्राम पाई गई थी, जबकि सामान्य रूप से कार चलाते समय एल्कोहल की मात्रा 30 मिलीग्रामी से अधिक नहीं होनी चाहिए। हादसे के समय आरोपी की कार की गति लगभग 100 किलोमीटर प्रतिघंटा थी।पुलिस ने दुर्घटना के करीब ग्यारह घंटे बाद मामला दर्ज कर विधायक पुत्र सिद्धार्थ महरिया को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और उसके बाद गिरफ्तार कर लिया। सिद्धार्थ की गिरफ्तारी के बाद दो लोगों ने अलग-अलग समय पर पुलिस और अदालत के समक्ष पेश होकर कहा कि है दुर्घटना के वक्त बीएमडब्ल्यू कार वह चला रहे थे।आरोपी के वकील ने कल बृहस्पतिवार को अदालत में रमेश नाम के एक ड्राइवर को पेश कर दावा किया था कि हादसे के समय रमेश ही कार रहा था। जबकि पुलिस का कहना है कि कार आरोपी सिद्धार्थ महरिया ही चला रहा था।गिरफ्तार आरोपी सिद्धार्थ महरिया के पिता फतेहपुर से निर्दलीय विधायक नंद किशोर महरिया ने दुर्घटना के कुछ देर बाद दावा किया था कि दुर्घटनाग्रस्त कार सिद्धार्थ महरिया नहीं चालक रमेश चला रहा था।