एंटी करप्शन ब्यूरो यानी ACB ने सोमवार रात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दिवंगत साढ़ू सुरेंद्र कुमार बंसल के घर छापा मारा। माना जा रहा है कि ये छापा PWD घोटाले से जुड़ी जांच के सिलसिले में मारा गया है। ACB ने कई जगहों की तलाशी ली है। इस घोटाले को लेकर तीन FIR दर्ज की गई थीं। इनमें एक FIR दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सुरेंद्र कुमार बंसल के खिलाफ है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे FIR दर्ज नामों से जुड़े विभिन्न स्थानों पर तलाशी ले रहे हैं। हालांकि, उन्होंने और अधिक ब्योरा देने से इनकार कर दिया। माना जा रहा है आने वाले दिनों में ACB, सत्येंद्र जैन को भी नोटिस भेज सकती है। हालांकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम इस FIR लिस्ट में नहीं है।
दरअसल पीडब्ल्यूडी घोटाले में एसीबी ने कुल तीन मामले दर्ज किए हैं। इनमें से एक रेणु कंस्ट्रक्शन भी है। रेणु कंस्ट्रक्शन कंपनी केजरीवाल के साढू सुरेंद्र बंसल की कंपनी है। यह अलग बात है कि एफआइआर में सुरेंद्र बंसल का नाम नहीं है। आरोप ये भी है कि पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन ने सुरेंद्र बंसल को ठेका देने में पद का दुरुपयोग किया है।
ये है PWD घोटाला
गौरतलब है कि PWD ने 2014 से 2016 के दौरान उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में 2 स्थानों पर सीवर और नाली बनाने के काम का ठेका दिया था। आरोप है कि यह ठेका अरविंद केजरीवाल के साढ़ू सुरेंद्र बंसल की कंपनी रेणु कंस्ट्रक्शन को दिया गया, लेकिन काम आगे कुछ फर्जी कंपनियों को दे दिया गया।
आरोप ये भी है कि नियमों को ताक पर रख कर इस काम के करीब 10 करोड़ रुपये के बिल पास कर दिए गए। ये बिल बोगस कंपनियों के नाम ही पास किये गए थे जो सोनीपत और रोहिणी के फर्जी पतों पर दर्ज थीं। रोड एंटी करप्शन ऑर्गेनाइजेशन (RACO) नाम की एनजीओ के कार्यकर्ता राहुल शर्मा ने मामले को उठाया था।
एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि आरएसीओ की शिकायत के आधार पर तीन मामले दर्ज किए गए है। चूंकि ये तीन अलग अलग कंपनियां हैं इसलिए जालसाजी,धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार की धाराओं के तहत तीन अलग अलग प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। दर्ज की गई प्राथमिकी में तीन कंपनियों के नाम हैं जिनमें बंसल, कमल सिंह और पवन कुमार के स्वामित्व वाली कंपनी रेणु कंस्ट्रक्शंस शामिल है। हालांकि मुख्यमंत्री के साढ़ू बंसल का रविवार को गुरूग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो चुका है।