फिलहाल दिल्ली सरकार की तरफ से मुर्गों की बिक्री पर प्रतिबंध का कोई आदेश नहीं है। दिल्ली सरकार ने हेल्पलाइन (011-23890318) शुरू की है। दिल्ली सरकार ने लोगों से अपील की है कि कहीं भी पक्षियों की मौत की घटना सामने आती है तो उसे सूचित करे। दिल्ली में पहली बार बर्ड फ्लू के मामले उजागर हुए हैं जबकि केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने एक माह पहले ही देश को बर्ड फ्लू मुक्त घोषित किया था।
विकास मंत्री गोपाल राय ने सचिवालय में स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक ली और कहा कि पूरी दिल्ली के लिए विभाग को अलर्ट किया गया है। सरकार की तरफ से छह टीमें बनाइ गई हैं जो ओखला पक्षी अभयारण्य, निजामुद्दीन (पक्षियों के खरीद फरोख्त की जगह), वजीराबाद के यमुना बायोडाइवर्सिटी पार्क, नजफगढ़ नाला और गाजीपुर मुर्गा मंडी में बचाव के काम (चूने का छिड़काव और बेगान स्प्रे) कर रहे हैं और सैंपल इकट्ठा कर रहे हैं। हालांकि, गोपाल राय ने कहा कि अभी तक इन जगहों से किसी तरह के खतरे की बात सामने नहीं आई है। मुर्गा मंडी पर नजर रखी जा रही है और कोई लक्षण मिलने के बाद ही मुर्गों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। गोपाल राय ने कहा कि बर्ड फ्लू इंसानों के लिए खतरनाक नहीं है लेकिन बड़े पैमाने पर फैलने की स्थिति में पक्षियों का मीट खाने से इंसानों में फैलने की आशंका होती है।
दिल्ली सरकार ने बर्ड फ्लू की समीक्षा के लिए गुरुवार को उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है जिसमें राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग, पर्यावरण विभाग, राजस्व विभाग, विकास विभाग और पशुपालन विभाग के साथ-साथ केंद्रीय पशुपालन विभाग की टीम भी शामिल होगी। गुरुवार की बैठक में अस्पतालों में सुविधा पर भी चर्चा होगी।
नीचे वीडियो में देखिए दिल्ली के चिड़ियाघर की तस्वीरें, जहां एक से एक दुर्लभ पक्षी और जानवर हैं –